दोस्तों आज आप हमारे इस आर्टिकल में जाने वाले हैं कि कैसे Barish me hone wali bimari लग जाती हैं जिससे बच्चे में बहुत कमजोरी आ जाती है और बच्चा बीमार रहने लगता है क्योंकि बारिश के मौसम में कई जगह पर जलभराव व कीचड़ के कारण जिंदगी में मच्छर और बैक्टीरिया अधिक एक्टिव हो जाते हैं मानसून का इंतजार हर किसी को रहता है क्योंकि मानसून बारिश आने से लोगों को गर्मी की चिलचिलाती धूप से राहत मिलती है बारिश के मौसम में लोग बहुत अच्छा महसूस करते हैं और Rainy Season Diseases in Hindi बारिश के मौसम में लोग मौसम का लुफ्त उठाने के लिए चाय नमकीन पकोड़े ब्रेड इसने जैसी चीजों को खाकर मौसम का आनंद लेते हैं
बरसात में होने वाली 5 बीमारियां | Rainy Season Diseases in Hindi
यह मौसम बदलाव के कारण बहुत सारी बीमारियां Rainy Season Diseases in Hindi भी इसके साथ आती हैं इस मौसम में आपका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है और आपको बीमारियां लगने लगती हैं और इन बीमारियों का सबसे ज्यादा असर बच्चों पर होता है इस मौसम में बच्चों को निमोनिया डेंगू व मलेरिया जैसी भयानक बीमारियों का शिकार होना पड़ता है इस मौसम में बच्चों के माता-पिता को बहुत सावधान रहने की आवश्यकता होती है क्योंकि यह मौसम बच्चों को बहुत सारी बीमारियां लेकर आता है इसलिए आज हम अपने इस आर्टिकल में यही जानने वाले हैं कि बारिश के दौरान बच्चों को कौन-कौन सी बीमारियां होती हैं और उनको कैसे बचाया जाए
बच्चों को बारिश के मौसम में होने वाली बीमारियां | baccho ko Barish me hone wali bimari
बच्चों के लिए बारिश का मौसम मानसून बदलने के साथ-साथ कई बीमारियां जैसे दस्त जुखाम खांसी निमोनिया सर्दी जुखाम मलेरिया जैसी बीमारियां लेकर आता है और Rainy Season Diseases in Hindi बच्चों में सर्दी के मौसम में वायरस बहुत तेजी से फैलता है
जुकाम और नजला | Cold in Hindi
बच्चों में जुखाम और नगला वायरल इंफेक्शन के कारण होने वाली बीमारी है Rainy Season Diseases in Hindi बारिश के मौसम में यह बीमारी अधिक देखी जाती है और यह बीमारी प्रदूषण और वायुमंडल में कई बदलाव के कारण वायरस के बढ़ जाने से होती है जो बच्चों को जुखाम और नगला जैसी समस्याओं से प्रभावित करती है वायरल संक्रमण जैसे कि रिस्पिरेटरी सिंकीशियल वाइरस (RSV) और कोरोनावायरस (जैसे SARS-CoV-2) बच्चों में जुकाम और नजला का कारण बन सकते हैं और बारिश के दौरान वातावरण और वायुमंडल प्रदूषित हो जाता है जिससे वायरस तेजी से बढ़ने लगते हैं जिससे बच्चों को सांस लेने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है और बच्चों में जुखाम और नजला जैसी समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं
जुखाम और नजला के लक्षण Symptoms of cold in Hindi
जुखाम और नजला जैसी समस्याओं के निम्नलिखित लक्षण हो सकते हैं
- सिरदर्द या अवसाद महसूस करना
- छींकना
- घाव या गले में खराश महसूस करना
- पेट की समस्याएं, जैसे कि उलटी या दस्त होना (अगर संक्रमण के कारण है तो)
- नाक से पानी बहना
- नाक से सफेद या पीले रंग का उच्छिष्ट या नाक में जमी हुई मल निकलना
- जुकाम या नाक बंद होना
यह निम्नलिखित लक्षण जुकाम और महिला जैसी समस्याओं में होते हैं यह लक्षण आमतौर पर कुछ दिनों में धीरे-धीरे सही हो जाते हैं अगर यह समस्या आपको ज्यादा दिन रहती है तो इसके लिए आपको डॉक्टर का परामर्श अवश्य लेना चाहिए
मलेरिया Malaria In Hindi
अकसर भारत में मलेरिया जैसी समस्या आमतौर पर बहुत अधिक देखी जाती है जिससे काफी लोग और बच्चे प्रभावित हो जाते हैं मलेरिया एक प्रकार की जैविक बीमारी है मलेरिया मच्छरों के काटने से फैलती है यह मौसम एक बीमारी है अधिक जलभराव के कारण जहां पर परजीवी इकट्ठा हो जाते हैं और वह परजीवी बीमारी को फैलाने लगते हैं क्योंकि बरसात में मच्छर बहुत अधिक बढ़ जाते हैं और वह हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाने लगते हैं जिससे हमें बहुत सारी बीमारियां होने लगती है
मलेरिया के लक्षण Symtoms in Malaria In Hindi निम्नलिखित हो सकते हैं:
- सिरदर्द और शारीरिक दर्द
- यातना का एहसास, मुँह में कड़ा सूखाव या चींटी काटने के बराबर दर्द
- तेज बुखार
- शरीर में ठंड या थकान
- बार-बार ठंडी लगना और फिर गर्मी लगना
यदि बच्चों में या किसी व्यक्ति ने मलेरिया के यह लक्षण पाए जाते हैं तो उसे जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और मलेरिया के बचाव के लिए मच्छरों के संपर्क से दूर रहना चाहिए मच्छर के काटने के लिए कई उपकरणों का प्रयोग कर सकते हैं जैसे मोटी गुड नाइट जिससे मच्छर आप से दूर रहें
डेंगू Dengue और मच्छरों के द्वारा होने वाली बीमारी है
यह एक मौसम एक वाह वायरल बीमारी है यह गर्मी के मानसून में अधिक प्रभावित होती है डेंगू मच्छरों के लिए जमा पानी वाले इस कान में सबसे अधिक रहते हैं जैसे भरे बर्तन का पानी पेड़ पौधों का पानी तालाब का पानी कूलर का पानी इन जगह में यह अधिक रहते हैं और वहां से यह लोगों में वायरल इनफेक्शन खिलाते हैं
डेंगू मरीज के निम्नलिखित लक्षण हो सकते हैं Symptoms of dengue in Hindi
- पेट में उलटी या दस्त
- मस्तिष्कीय दर्द और चक्कर आना
- नजला या सिर भरने की अनुभूति
- अचानक उच्च बुखार (जो अक्सर 104 डिग्री फ़ेरेनहाइट तक पहुंचता है)
- सिरदर्द, जोड़ों में दर्द और मांसपेशियों का दर्द
- सूखी और खांसी
- नया या असामान्य पेट दर्द
पेट की समस्याएं | Stomach problem in Hindi
बच्चों में बारिश के मौसम में अक्सर पेट दर्द जैसी कुछ समस्याएं दिखाई देती हैं आम समस्या होती है लेकिन यह बच्चे को काफी हद तक इफेक्ट पहुंचाती हैं दर्द के कारण बहुत तेज पेट दर्द होता है और इसके कई कारण हो सकते हैं जैसे गैस कब्ज डाइजेशन सिस्टम जैसी समस्याएं यह समस्याएं संक्रमित भोजन को करने से आती हैं क्योंकि बारे में भोजन संक्रमित होता है इसके साथ-साथ बच्चों में उल्टी की भी समस्या हो सकती है यह समस्या खाने पीने की समस्याओं संक्रमण गए लूज मोशन की समस्या हो सकती है
बरसात में होने वाली कुछ अन्य और भी बीमारियां हैं जो अपने नीचे आपको उन बीमारियों के बारे में बताया है कि बरसात के मौसम में बच्चों को इस प्रकार की भी बीमारियां हो सकती हैं
- इयर इन्फेक्शन (कान का संक्रमण)
- मोशन संक्रमण (डायरिया)
- त्वचा के संक्रमण (फंगल इन्फेक्शन)
- पानी के प्रभाव से होने वाले संक्रमण (लीवर इन्फेक्शन और हेपेटाइटिस)
- पेट के कीड़े (पारसाइटिक इंफेक्शन)
- खोपड़ी में संक्रमण (स्कैल्प इन्फेक्शन)
- गंजेपन (बालों का झड़ना)
- जोड़ों का दर्द (रेशे और आर्थराइटिस)
- प्रमेह (मधुमेह)
- प्रतिरक्षा प्रणाली संक्रमण (इम्यूनिटी सिस्टम संक्रमण)
- छाती की खिंचाव (पीठ दर्द)
- गले में खराश और उलटी (गले में संक्रमण)
- पेट दर्द और दस्त (पाचन संबंधी समस्याएं)
- थूक में संक्रमण (जीभ और मुंह के छाले)
- आंखों में संक्रमण (कोन्जक्टिवाइटिस)
- चर्मरोग (त्वचा संक्रमण)
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Conclusion
दोस्तों आपने हमारी इस आर्टिकल में जाना कि यह बच्चों Barish me hone wali bimari हैं जिनके बारे में आपने पढ़ा मैं आशा करता हूं कि यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा और अगर आपको ऐसी किसी भी प्रकार की समस्या है तो आप इसके लिए अपने तुरंत डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं और Rainy Season Diseases in Hindi बीमारियों से बच सकते हैं अगर यह आर्टिकल आपको पसंद आया हो तो इस आर्टिकल को आप अपने दोस्तों के साथ शेयर करें ताकि यह जानकारी अधिक से अधिक लोगों तक जा सके और सही समय पर लोग इसका उपचार करवा सकें
धन्यवाद दोस्तों